कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर गुरुवार को चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल ने दावा किया कि देशभर में बड़े पैमाने पर वोट चोरी हो रही है और कांग्रेस समर्थक वोटर्स को जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है।
राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि –
कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में 2023 के चुनाव के दौरान 6,018 वोटर्स को डिलीट करने की कोशिश की गई।
इस साजिश का पता तब चला जब एक बूथ लेवल अधिकारी ने पाया कि उसके चाचा का वोट डिलीट हो गया है।
जांच में सामने आया कि फर्जी लॉगिन और मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर वोटर्स के नाम हटाए गए।
उन्होंने सबूत के तौर पर 63 वर्षीय महिला गोदाबाई का वीडियो और डॉक्यूमेंट दिखाए, जिनके नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर 12 वोटर्स के नाम डिलीट किए गए।
चुनाव आयोग का जवाब
राहुल के आरोपों को चुनाव आयोग ने पूरी तरह गलत और निराधार बताया। आयोग का कहना है –
“कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन किसी का वोट डिलीट नहीं कर सकता। वोट डिलीट करने से पहले संबंधित व्यक्ति को अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है।”
राहुल गांधी की 4 बड़ी मांगें
1. चुनाव आयोग को वोट डिलीट करने वाले IP एड्रेस और डिवाइस पोर्ट्स सार्वजनिक करने चाहिए।
2. OTP ट्रेल्स दिखाने चाहिए ताकि पता चले आवेदन किसने किया।
3. चुनाव आयोग को CCTV फुटेज जारी करना चाहिए।
4. न्यायपालिका को मामले में दखल देकर सच्चाई सामने लानी चाहिए।
कर्नाटक CID का खुलासा
कर्नाटक CID ने इस मामले में चुनाव आयोग को 18 बार रिमाइंडर लेटर्स भेजे, लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। राहुल का आरोप है कि यह साजिश किसी “बड़ी ताकत” द्वारा सिस्टम हैक करके की गई है।
राहुल का BJP पर हमला
राहुल गांधी ने कहा कि यह साजिश खासतौर पर कांग्रेस वोटर्स को निशाना बनाकर की जा रही है। उन्होंने कहा –
“भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन ताकतों की रक्षा कर रहे हैं, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को बर्बाद किया है।”
यह मामला अब बड़ा राजनीतिक विवाद बन चुका है। कांग्रेस इसे लोकतंत्र पर हमला बता रही है, जबकि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार आरोपों से इनकार कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमा सकता है।
@AT Saumya

Author: BiharlocalDesk
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