पटना/नई दिल्ली।
बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक बयानबाजी चरम पर है। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री व जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के एक बयान पर चुनाव आयोग ने गंभीर संज्ञान लिया है। आयोग ने प्रशासन को निर्देश देते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि वोटिंग के दिन उन्होंने कुछ खास नेताओं को घर से बाहर न निकलने देने जैसा बयान दिया था। आयोग ने इसे चुनाव आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन बताया है।
ललन सिंह ने कथित रूप से कहा था कि — “वोटिंग के दिन ध्यान रखना, कुछ नेताओं को घर से निकलने मत देना।” विपक्ष ने इस बयान को सीधे-सीधे धमकी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करार दिया। शिकायतों के आधार पर चुनाव आयोग की समीक्षा के बाद FIR दर्ज की गई।
इधर इस पूरे मामले पर सियासत तेज हो गई है। आरजेडी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन अब चुनावी मैदान में जनसमर्थन से घबराकर ‘भय की राजनीति’ पर उतर आया है। आरजेडी नेताओं ने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री से ऐसी टिप्पणी “बेहद शर्मनाक” है।
वहीं, जेडीयू के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि बयान के संदर्भ को गलत तरीके से पेश किया गया है और विपक्ष मुद्दे को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहा है। पार्टी जल्द विस्तृत बयान जारी कर सकती है।
चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे “निर्भीक होकर मतदान केंद्र जाएं, किसी भी धमकी/दबाव की स्थिति में तत्काल नियंत्रण कक्ष पर सूचना दें।” आयोग ने जिला प्रशासन को ऐसे संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
@MUSKAN KUMARI







