कोडीन आधारित कफ सिरप कांड को लेकर सपा विधायकों ने जताया गहरा रोष, सत्र के पहले दिन विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस जारी
उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज कफ सिरप कांड को लेकर विरोध और हंगामे के बीच शुरू हुआ। समाजवादी पार्टी (सपा) के कई विधायकों ने हाथों में विरोध-तख्तियां और गले में कफ सिरप की बोतलों की माला पहनकर सदन में प्रवेश किया, जिसका मकसद सरकार की नीतियों पर सवाल उठाना और कोडीन आधारित कफ सिरप मामलों में गंभीर कार्रवाई की मांग करना था। सपा विधायकों ने आरोप लगाया कि अवैध कफ सिरप कारोबार से न केवल स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि यह नशा तस्करी और अन्य आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जिसके खिलाफ तत्काल कानूनव्यवस्था सुधार की आवश्यकता है।
विपक्ष की इस symbolic protest के दौरान सदन में बैनर और स्लोगन भी दिखाई दिए, जिनमें सरकार से त्वरित कार्रवाई की अपील थी। सपा विधायकों का कहना था कि कोडीन सिरप की अवैध तस्करी और नशे के दुरुपयोग पर केंद्र तथा राज्य सरकार पर्याप्त कदम नहीं उठा रही हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर कड़े आरोप लगाए और कहा कि अवैध कारोबार में पकड़े गए कुछ आरोपी सपा-समर्थित तत्वों से जुड़े पाए गए हैं, जिसे लेकर सियासी जवाब-तलब भी बढ़ गया। उन्होंने यह भी कहा कि यह मुद्दा राजनीति का नहीं, सुरक्षा का है। विपक्ष ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
कोडीन सिरप कांड की जांच के लिए पहले ही विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है और राज्य भर में FIR दर्ज कराई जा चुकी हैं, लेकिन सपा का कहना है कि कार्रवाई अभी भी अपर्याप्त है और मामले की पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित होने तक उनका विरोध जारी रहेगा।
@MUSKAN KUMARI





