नई दिल्ली, एजेंसी। ईडी ने मंगलवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को एनएसई कर्मचारियों के कथित अवैध फोन टैपिंग से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया।
1986 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी को मामले में सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद एजेंसी ने हिरासत में ले लिया।मंगलवार को उनसे पूछताछ का लगातार दूसरा दिन था।
ईडी ने पिछले हफ्ते इस मामले में एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण को गिरफ्तार किया था। पांडे 30 जून को सेवानिवृत्त हुए थे। मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में अपने चार महीने के कार्यकाल से पहले, पांडे ने महाराष्ट्र के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के रूप में भी कार्य किया। सीबीआइ ने सोमवार को कहा था कि उसने पांडे और मुंबई के एक अन्य पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह से पूर्व मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की रंगदारी के आरोप में पूछताछ की थी।
पांडे के खिलाफ ईडी और सीबीआइ ने प्राथमिकी दर्ज की हैं। उनके द्वारा स्थापित कंपनी आईसेक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर एनएसई कर्मचारियों के फोन की अवैध टैपिंग, एनएसई के सिस्टम का आडिट करने में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप है। ईडी ने एनएसई में कथित को-लोकेशन घोटाले में उनसे इस महीने की शुरुआत में पूछताछ की थी।
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने संजय पांडे की गिरफ्तारी नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) को-लोकेशन घोटाला मामले में की है। सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले के तहत पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे से 3 घंटे तक पूछताछ की थी। वहीं इससे पहले 15 जुलाई को ईडी ने एनएसई-को लोकेशन मामले में पांडे को तलब किया गया था। बता दें कि संजय पांडे 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं, जो 30 जून को सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे।