नई दिल्ली। पंजाब के पटियाला में शिवसेना कार्यकर्ताओं और खालिस्तान समर्थकों के बीच शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद से माहौल तनावपूर्व बना हुआ है।
वहीं हिंसा के दौरान काली मंदिर पर हुए हमले से अब हिंदू संगठन गुस्सा में हैं। मंदिर पर हुए हमले से गुस्साए हिंदू संगठनों ने आज शनिवार 30 अप्रैल को पटियाला में बंद का ऐलान किया है।
इस बंद का ऐलान शिवसेना हिंदुस्तान नाम के हिंदू संगठन ने किया है। इस संगठन के अध्यक्ष ने कहा है कि मार्च से मंदिर का कोई संबंध नहीं था। इसके बावजूद खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर पर हमला किया। इसलिए आज मंदिर में हमला करने वाले खालिस्तान समर्थकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर वो अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन करेंगे।
सुबह 6 बजे तक के लिए कर्फ्यू
सुरक्षा के लिहाज से जहां इलाके में पुलिसबल की तैनाती की गई है, तो वहीं शुक्रवार शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं सीएम भगवंत मान ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि वह किसी को भी राज्य में शांति एवं सौहार्द बिगाडऩे नहीं देगी। पंजाब में सत्तारूढ़ पार्टी ने यह भी कहा कि ‘सभी उपद्रवियों को न्याय के कठघरे में लाकर दंडित किया जाना चाहिए।’
शिवसेना कार्यकर्ताओं और खालिस्ता समर्थकों के बीच झड़प
बता दें कि पंजाब के पटियाला में आज शुक्रवार को शिवसेना कार्यकर्ताओं और खालिस्ता समर्थकों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान पत्थरबाजी भी कई गई। वहीं कई लोगों के हाथ में तलवारें भी दिखाई दीं। इस झड़प के बाद से हालात तनावपूर्व बने हुए हैं। इलाके में भारी पुलिसबल तैनात है। पटियाला में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकाला। एक दिन पहले ही इस मार्च की घोषणा की गई थी। शिवसेना की ओर से कहा गया था कि वो कभी भी पंजाब में खालिस्तान नहीं बनने देगी। इसके बाद कुछ सिख संगठन भी सड़क पर नारे लगाते हुए निकल आए। इस मार्च के दौरान ही ये झड़प हुई है।