पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनावी हलचल के बीच चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने शनिवार को अपनी ताज़ा सूची जारी करते हुए कुल 487 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर दिए हैं। यह निर्णय राज्य की विभिन्न विधानसभा सीटों पर नामांकन पत्रों की जांच के बाद लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, नामांकन रद्द होने के पीछे कई कारण सामने आए हैं। कुछ उम्मीदवारों के कागज़ अधूरे पाए गए, तो कई ने जरूरी शर्तें पूरी नहीं की थीं। वहीं कुछ नामांकन दस्तावेज़ों में गड़बड़ी के कारण निरस्त किए गए हैं। इसके अलावा, कई प्रत्याशी जांच के लिए तय समय पर उपस्थित नहीं हुए, जिसके चलते उनके नामांकन रद्द कर दिए गए।
इन 487 नामांकनों में विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ-साथ कई निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं। यह कार्रवाई राज्य की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में की गई है, जिससे कई सीटों पर मुकाबले का समीकरण बदलने की संभावना जताई जा रही है।
चुनाव आयोग का कहना है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और नियमानुसार की गई है। अब आयोग द्वारा मंज़ूर किए गए नामांकन पत्रों में से ही अंतिम सूची तैयार की जाएगी। इस सूची में वे उम्मीदवार शामिल होंगे जो चुनावी मैदान में उतरेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि आयोग की इस कार्रवाई के बाद कई सीटों पर मुकाबला दिलचस्प हो जाएगा। वहीं, राजनीतिक दलों में भी हलचल तेज हो गई है, क्योंकि कई प्रत्याशियों के नाम रद्द होने से अब नई रणनीति तैयार करने की कवायद शुरू हो गई है।
अब सबकी निगाहें चुनाव आयोग की अंतिम सूची पर टिकी हैं — यह तय करेगी कि 2025 के इस सियासी संग्राम में कौन मैदान में डटेगा और कौन बाहर रह जाएगा।
@MUSKAN KUMARI
 
				 
								 
								

 
															




