
बिहार में बीपीएससी परीक्षा अनियमितता के खिलाफ छात्रों का आंदोलन: प्रशांत किशोर का समर्थन
बिहार में बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं और पेपर लीक की घटनाओं ने छात्रों में व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया है। इस मुद्दे को लेकर छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। जन सुराज अभियान के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने छात्रों के इस आंदोलन को समर्थन देते हुए पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
प्रशांत किशोर की मांग है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं छात्रों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का समाधान करें। उनका कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री छात्रों की शिकायतों का समाधान नहीं करते, उनका अनशन जारी रहेगा।
छात्र संसद का आयोजन
प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि रविवार को गांधी मैदान में ‘छात्र संसद’ का आयोजन होगा। इस संसद में बिहार के सभी प्रमुख परीक्षाओं में हो रही अनियमितताओं और पेपर लीक जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। प्रशांत किशोर ने यह भी स्पष्ट किया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रशासन को छात्रों की समस्याओं के प्रति गंभीर बनाना है।
प्रदर्शन और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस आंदोलन के दौरान छात्रों और प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज की घटनाएं भी सामने आई हैं। इसके बावजूद, प्रशांत किशोर और आंदोलनरत छात्र अपने उद्देश्य को लेकर दृढ़ हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार के दमनकारी रवैये से डरने के बजाय वे अपनी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे।
आंदोलन के उद्देश्यों पर चर्चा
इस आंदोलन के संदर्भ में प्रशांत किशोर ने एक साक्षात्कार में अपने दृष्टिकोण और आंदोलन के उद्देश्यों को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन केवल बीपीएससी परीक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि बिहार की परीक्षा प्रणाली में सुधार लाने और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाने का प्रयास है।
यह आंदोलन बिहार के लाखों युवाओं की आवाज बनता जा रहा है, जो पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली की मांग कर रहे हैं। अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है।
@tanvir