रिपोर्ट: एशियन टाइम्स ब्यूरो
स्थान: पटना, बिहार
तिथि: 23 जून 2025
बिहार सरकार ने राज्य के पुलिस महकमे में एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 7 IPS अधिकारियों का ट्रांसफर किया है। इस बदलाव के केंद्र में 2005 बैच के तेजतर्रार IPS जितेंद्र राणा हैं, जिन्हें पटना सेंट्रल रेंज का नया IG नियुक्त किया गया है।
जितेंद्र राणा की वापसी और बड़ी जिम्मेदारी
जितेंद्र राणा इससे पहले सेंट्रल डिप्यूटेशन पर थे और लौटने के बाद वेटिंग फॉर पोस्टिंग में थे। उन्हें बाहुबली विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। 2015 में हुए पुटेश यादव हत्याकांड में अनंत सिंह की गिरफ्तारी तत्कालीन SSP विकास वैभव ने की थी, लेकिन इसकी स्क्रिप्ट IPS जितेंद्र राणा ने ही लिखी थी।
7 IPS अफसरों का ट्रांसफर, कई को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ
राणा के साथ ही अन्य कई वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला भी किया गया है:
IPS राकेश राठी (2002 बैच) को स्पेशल ब्रांच का नया IG बनाया गया है। इससे पहले वह टेक्निकल सर्विस और कम्युनिकेशन में IG थे। IPS गरिमा मलिक (2006 बैच) को विजिलेंस का IG बनाया गया है। अभी तक वो पटना रेंज की IG थीं। IPS एस प्रेमलथा (2006 बैच) को टेक्निकल सर्विस और कम्युनिकेशन का IG बनाया गया है। IPS मनोज कुमार तिवारी (2012 बैच) को सीवान का नया SP नियुक्त किया गया है। वे इससे पहले CID में SP (C) के पद पर कार्यरत थे।IPS अमितेश कुमार (2016 बैच) को SP (सिक्योरिटी) बनाया गया है। वे पहले सीवान के SP थे। IPS रामदास (2019 बैच) को CID (C) का SP नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे बिहार पुलिस अकादमी में SP सह असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर थे।
ADG और DGP स्तर पर भी बदलाव
IPS कुंदन कृष्णन की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापसी के बाद उन्हें ADG पुलिस हेडक्वार्टर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। IPS जितेंद्र सिंह गंगवार को महानिदेशक मुख्यालय के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया है। IPS पंकज दराद को अपर पुलिस महानिदेशक विधि व्यवस्था बनाया गया है। IPS संजय सिंह को अपर पुलिस महानिदेशक ट्रेनिंग का पद सौंपा गया है। IPS शालीन (2001 बैच) को पुलिस महानिरीक्षक आतंकवाद निरोधक दस्ता का पद दिया गया है, साथ ही उनके पास बीएसएपी का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी में ‘स्क्रिप्ट राइटर’ थे राणा
2015 में बाहुबली विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी एक बड़ा घटनाक्रम थी। हालांकि उन्हें गिरफ्तार तत्कालीन SSP विकास वैभव ने किया था, लेकिन इसकी पृष्ठभूमि और रणनीति जितेंद्र राणा ने तय की थी। उस समय अनंत सिंह जेडीयू के विधायक थे।
बिहार पुलिस महकमे में यह बड़ा फेरबदल ना सिर्फ प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे कई जिलों और रेंज स्तर पर कार्यशैली में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। जितेंद्र राणा जैसे तेजतर्रार अधिकारी की पटना IG के रूप में वापसी से पुलिसिंग की दिशा और सख्ती में फर्क आने की उम्मीद है।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)