पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का पेंच अब भी सुलझ नहीं पाया है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने पटना के सदाकत आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला।
इस दौरान राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, अधीर रंजन चौधरी और जयराम रमेश मौजूद रहे।
अशोक गहलोत बोले – “बिहार की लड़ाई देश की दिशा तय करेगी”
अशोक गहलोत ने कहा, “पूरा देश जानना चाहता है कि बिहार में क्या हो रहा है। यह चुनाव सिर्फ बिहार का नहीं, बल्कि देश की नियति तय करने वाला चुनाव है। नीतीश कुमार हर बार पाला बदलते हैं और उनकी सरकार गुड गवर्नेंस देने में पूरी तरह विफल रही है।”
गहलोत ने आगे कहा कि “पहली बार मैं देख रहा हूं कि डिप्टी सीएम और मंत्री पर खुले तौर पर आरोप लग रहे हैं। बिहार में उद्योगपतियों की हत्याएं हो रही हैं, गरीबों की स्थिति बदतर है और 3 करोड़ से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं।”
कांग्रेस ने इस दौरान ‘20 साल विनाशकाल’ नामक पुस्तक भी जारी की, जिसमें नीतीश सरकार के कार्यकाल से जुड़ी कई नीतिगत असफलताओं का जिक्र किया गया है।
भूपेश बघेल का वार – “डबल इंजन नहीं, ट्रबल इंजन सरकार”
भूपेश बघेल ने नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “बिहार में बढ़ता गुंडाराज, बेरोजगारी और पेपर लीक की घटनाएं सरकार की नाकामी दिखाती हैं। भाजपा और जेडीयू की डबल इंजन सरकार अब ट्रबल इंजन बन चुकी है। नीतीश बाबू का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है और सरकार की हालत भी।”
उन्होंने कहा कि “महिलाओं को ₹10,000 देकर सरकार बस गुमराह करने की कोशिश कर रही है।”
अधीर रंजन चौधरी बोले – “अब खर्चा-पानी की सरकार नहीं बनेगी”
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “बुद्ध और महावीर की भूमि बिहार आज पिछड़ेपन का प्रतीक बन गई है। यहां संसाधनों की नहीं, सही नेतृत्व की कमी है। इस बार बिहार में खर्चा-पानी की सरकार नहीं, जनता की सरकार बनेगी।”
जयराम रमेश ने जारी की ‘चार्जशीट’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी ने 42 पन्नों की चार्जशीट जारी की है, जिसमें नीतीश कुमार के 20 साल के शासन का पूरा लेखा-जोखा है। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता के सामने दो रास्ते हैं — एक सामाजिक न्याय और भलाई का रास्ता जो महागठबंधन का है, और दूसरा बिना ईंधन वाला डबल इंजन यानी NDA का रास्ता।”
कांग्रेस ने 25 सीटों पर उम्मीदवार तय किए
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव की 25 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए गए हैं।
यह फैसला न केवल राजद पर दबाव बढ़ाने वाला कदम है, बल्कि यह संकेत भी देता है कि अगर सीटों पर सहमति नहीं बनी, तो कांग्रेस पहले चरण की सीटों पर अपने प्रत्याशियों की एकतरफा घोषणा कर सकती है।
लालू-तेजस्वी से आज मुलाकात संभव
सूत्रों के मुताबिक, अशोक गहलोत, जयराम रमेश और भूपेश बघेल आज राजद सुप्रीमो लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे। बैठक में सीट बंटवारे की उलझन सुलझाने की कोशिश की जाएगी ताकि महागठबंधन एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतर सके।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में सीटों का समीकरण बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। कांग्रेस जहां अपनी भूमिका को निर्णायक बनाना चाहती है, वहीं राजद के साथ तालमेल भी बनाए रखना चाहती है। अब सबकी निगाहें इस मुलाकात पर टिकी हैं कि क्या आज सीटों का विवाद सुलझ पाएगा या फिर महागठबंधन में दरार और गहरी होगी।
@AT Saumya
 
				Author: BiharlocalDesk
ASAIN TIMES NEWS NETWORK
 
								 
								

 
															




