प्रशांत किशोर ने पटना में डिप्टी CM सम्राट चौधरी और अशोक चौधरी पर लगाए गंभीर आरोप, 100 करोड़ की संपत्ति और हत्या केस पर उठाए सवाल

जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने डिप्टी CM और मंत्री पर भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।

जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सोमवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और ग्रामीण निर्माण मंत्री अशोक चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

प्रशांत किशोर ने कहा कि सम्राट चौधरी 6 लोगों की हत्या के अभियुक्त हैं और उन्होंने राज्यपाल, बिहार सरकार और केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि इन्हें पद से हटा कर गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने बताया कि तारापुर केस नंबर 44/1995 इनके खिलाफ है। पीके ने यह भी कहा कि सम्राट चौधरी नाबालिग होने के नाम पर जेल से रिहा किए गए थे, जबकि उनके चुनावी दस्तावेजों के अनुसार उनकी उम्र 26 साल थी।

प्रशांत किशोर ने चेतावनी दी, “सम्राट चौधरी की गिरफ्तारी होनी चाहिए, वरना हम कोर्ट का सहारा लेंगे।”

डिप्टी CM का जवाब:
सम्राट चौधरी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा, “1997-1998 में मुझे कोर्ट ने बरी कर दिया था। इनके आरोपों में कोई दम नहीं है। पीके केवल परसेप्शन का खेल खेल रहे हैं।”

अशोक चौधरी की संपत्ति पर सवाल:
प्रशांत किशोर ने मंत्री अशोक चौधरी और उनके परिवार की संपत्ति पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी की शादी के बाद 100 करोड़ की संपत्ति न्यास बोर्ड और वैभव विकास ट्रस्ट से खरीदी गई।

पीके ने कहा, “जियालाल आर्य, अनीता कुणाल और किशोर कुणाल की पत्नी ने इस संपत्ति में नाम दर्ज कराया। यदि अशोक चौधरी 7 दिन में माफी नहीं मांगते हैं, तो उनके 500 करोड़ की अवैध संपत्ति का खुलासा किया जाएगा।”

जनसुराज फंडिंग और PK का बयान:
प्रशांत किशोर ने पार्टी की फंडिंग को लेकर कहा, “3 साल में मैंने अपनी फीस के 241 करोड़ रुपए जमा किए हैं, जिस पर 30.95 करोड़ जीएसटी और 20 लाख इनकम टैक्स भरे गए। मैं नेता नहीं, बिहार के बदलाव के लिए आया हूं।”

राजद और तेजस्वी यादव पर निशाना:
पीके ने कहा कि राजद और तेजस्वी यादव भ्रष्टाचारी नेताओं की सूची बनाते हैं, तो उन्हें अपने परिवार के नाम पहले लिखने होंगे।

अशोक चौधरी की जमीन विवाद:
प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि अशोक चौधरी ने अपने PA योगेंद्र दत्त के नाम पर 2019 में पटना के बिक्रम में 23 कट्ठा जमीन खरीदी। दो साल बाद यह जमीन उनकी बेटी शांभवी के नाम पर 34 लाख रुपए में ट्रांसफर की गई। इसके बावजूद योगेंद्र के खाते में केवल 10 लाख रुपए भेजे गए। इनकम टैक्स ने नोटिस जारी किया और 27 अप्रैल 2025 को योगेंद्र के खाते में 25 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए।

पीके ने यह भी आरोप लगाया कि अशोक चौधरी ने चिराग पासवान को पैसा देकर बेटी के लिए लोकसभा टिकट दिलवाया।

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Author: BiharlocalDesk

saumya jha

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