
पटना – राजधानी में मंगलवार को पटना पुलिस और STF (स्पेशल टास्क फोर्स) की सजगता ने एक बड़ी बैंक डकैती की योजना को नाकाम कर दिया। गुप्त सूचना के आधार पर चलाए गए संयुक्त अभियान में तीन अपराधियों को जेपी गंगा पथ (दीघा मरीन ड्राइव) से गिरफ्तार किया गया।
STF को जानकारी मिली थी कि कुछ संदिग्ध अपराधी सफेद रंग की सफारी गाड़ी में सवार होकर दीघा की ओर बढ़ रहे हैं। इस इनपुट के बाद बुद्धा कॉलोनी थाना और STF की संयुक्त टीम ने गंगा पथ पर बैरिकेडिंग लगा दी और सघन चेकिंग शुरू की।
जैसे ही अपराधियों की गाड़ी ने बैरिकेडिंग देखी, उन्होंने रफ्तार तेज कर दी। लेकिन पुलिस टीम ने पीछा कर गाड़ी को रोका और तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान इस प्रकार हुई:
- तौसीद उर्फ धर्मेंद्र (23 वर्ष) – निवासी ख़ाजेकला
- दीपक कुमार उर्फ टेलन (20 वर्ष)
- अल्ताफ राजा (20 वर्ष) – निवासी रोहतास
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये तीनों किसी बड़ी बैंक डकैती की साजिश में शामिल थे और मौके की तलाश में घूम रहे थे। इनके पास से संदिग्ध दस्तावेज और मोबाइल भी बरामद किए गए हैं, जिन्हें पुलिस जांच के लिए जब्त कर चुकी है।
पटना पुलिस का नया अंदाज: अब अपराध नहीं, अपराधियों पर पड़ेगी नजर
पटना पुलिस और STF की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि यदि गुप्त स्रोतों को सक्रिय और मजबूत रखा जाए, तो अपराध की योजना को ही जड़ से खत्म किया जा सकता है। यह महज एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि अपराधियों को यह स्पष्ट संकेत है कि पटना में अब कानून-व्यवस्था की बागडोर सजग और मुस्तैद हाथों में है।
यदि यही मॉडल पूरे बिहार में अपनाया जाए – यानी स्थानीय स्तर पर मजबूत सूचना तंत्र, त्वरित कार्रवाई और समन्वय – तो अपराध घटने की संभावना काफी हद तक कम हो सकती है।
लेखक: एशियन टाइम्स ब्यूरो, पटना
Author: Noida Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)







