पटना में अपराधियों के हौसले एक बार फिर बुलंद दिखे। राजधानी के जगनपुरा इलाके में सोमवार की सुबह खटाल संचालक चंद्रकांत प्रसाद उर्फ सिंह जी (उम्र 48 वर्ष) की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बताया जा रहा है कि तीन नकाबपोश बदमाश बाइक पर सवार होकर खटाल में पहुंचे और चंद्रकांत प्रसाद पर लगातार 8 राउंड फायरिंग की। इस दौरान तीन गोलियां उन्हें लगीं, जिससे वे वहीं गिर पड़े। आनन-फानन में उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार वालों का आरोप है कि हत्या के पीछे दामाद और उसके परिवार की साजिश हो सकती है। दरअसल, पिछले साल जुलाई में चंद्रकांत की बेटी पूजा की दहेज के कारण संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इस मामले में दामाद नीरज कुमार समेत सात लोग जेल जा चुके हैं। परिजनों का कहना है कि आरोपी पक्ष केस वापस लेने का दबाव बना रहा था और इसी कारण यह हत्या की गई।
घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। लोगों में डर और गुस्सा दोनों देखने को मिल रहा है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
पटना पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा, लेकिन सवाल यह है कि आखिर दिनदहाड़े गोलीबारी जैसी वारदातें राजधानी में कैसे हो रही हैं?

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)