रालोजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रवण अग्रवाल दें सबूत
पटना:राष्ट्रीय लोजपा के प्रदेश प्रवक्ता चंदन कुमार ने कहा कि किसी पर मनगढ़त आरोप लगाना कानून की नजर में अपराध है। यदि आप किसी को अपराधी ही नहीं बल्कि आतंकवादी की संज्ञा दे देते हैं। यह तो सरासर अन्याय है। यदि आपके पास कोई पुख्ता सबूत हैं तो उसे सार्वजनिक करें और तथ्यों के आधार पर वैचारिक राजनीति करें न कि किसी प्रकार की द्वेषपूर्ण राजनीति। चंदन ने रालोजपा के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल से यह सवाल पूछा है कि उन्होंने पशुपति पारस समेत उनके कुछ करीबी अल्पसंख्यक नेताओं पर कड़ी टिप्पणी क्यों की।
उन पर आपराधिक आरोप लगाते हुए सारी मार्यादाएं लांघ दी। यदि उनके पास कोई पुख्ता सबूत है तो इस तरह की बयानबाजी करें। यदि नहीं तो किसी की छवि धूमिल करने के आरोप में उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस पर भी कई बेबुनियाद आरोप लगाए।
जिस इंसान ने उनको पार्टी के अंदर पद और प्रतिष्ठा दिया। आज उसी का हनन कर रहे हैं। श्रवण ने मानसिक संतुलन खो दिया है। यदि वह बकवास बंद नहीं करेंगे तो पार्टी उन पर कानूनी कार्रवाई भी कर सकती है। किसी भी दल से जब आप अलग होते हैं, तो उसके प्रति जहर उगलना एक नीति बनती जा रही है। मगर जुबानी जंग में पार्टी के किसी नेता को आतंकवादी कह देना घोर अन्याय है। हम उनके बयान की निंदा करते हैं। हम यह आग्रह करते हैं कि श्रवण अपने बयान के लिए माफी मांगे।