राजधानी पटना में निगमकर्मी एक बार फिर हड़ताल पर चल गए पटना नगर निगम की तरफ से सोमवार की रात दावा किया गया कि सभी स्थायी सफाई कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा के साथ घंटे भर चली बैठक के बाद कर्मचारियों ने ड्य़ूटी पर लौटने के संबंध में अंचलों को सूचित कर दिया है। कर्मियों के काम पर लौटते ही सभी अंचलों में साफ-सफाई का काम हो रहा है। पुलिस बल की तैनाती के बीच सड़कों से कूड़ा उठाव का काम चल रहा है। दो से तीन दिन में व्यवस्था पटरी पर आने के दावे के साथ कहा गया है कि 21 कर्मियों पर कार्रवाई भी की गई है।
दरअसल बात यह हैं की पटना नगर निगम समेत सभी नगर निकायों के कर्मी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। निगमकर्मियों की प्रमुख मांग दैनिक मजदूरों का स्थाईकरण और 18000-21000 न्यूनतम वेतन करना है। हालांकि, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ ने खुद को हड़ताल से अलग रखा है। वहीं नगर आयुक्त ने चेतावनी दी है कि सफाई कार्य में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हड़ताल पर गए निगमकर्मियों का कहना है कि वे लंबे समय से सरकार के समक्ष अपनी मांग को रख रहे हैं लेकिन उनकी बातों को नहीं सुना जा रहा है लिहाजा उनके पास हड़ताल पर जाने के अवाला दूसरा कोई रास्ता नहीं है। सरकार की तरफ से पहल नहीं होता देख आज से राज्य स्तर पर नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इस हड़ताल में सफाई कर्मचारी, कार्यालय में काम करने वाले कर्मी, जलपूर्ति शाखा के कर्मी समेंत अन्य कर्मी शामिल हैं।
इधर, पटना के नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा है कि पटना नगर निगम क्षेत्र के सफाई कर्मियों को पटना नगर निगम द्वारा पहले ही यह सूचना दी जा चुकी है कि वे 27 से संगठन द्वारा आयोजित हड़ताल का बहिष्कार करें। उन्होंने कहा कि पटना नगर निगम द्वारा वेतन बढ़ोतरी समेत कर्मियों की कई मांगों को पहले ही पूरा किया जा चुका है। शहर में फिलहाल डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था चरमराई तो कर्मचारियों खिलाफ कठोर कारवाई की जाएगी।