बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवाएं चिकित्सा एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड का नवनिर्मित स्वास्थ्य भवन मुख्याल का उद्घाटन समारोह स्थगित किये जाने पर बिहार आरटीआई एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (पंजी ) के प्रदेश प्रभारी त्रिभुवन प्रसाद यादव ने साधुवाद दिया है | उन्होंने कहा कि जिस भवन के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग कर स्टिल फ्रेमिंग के प्राककलित फ्रेम गेज एवं फर्निशिंग ,फर्नीचर एवं स्टिल में का घटिया किस्म का सामग्री उपयोग किया गया है उससे भवन कि आयु मात्र दस वर्ष ही आकि गईं है इस बात कि पुष्टि तकनीकी जांच करने आयी आईआईटी रुड़की कि टीम ने कड़ी और सख्त टिप्पणी के साथ बी .राय कन्स्ट्रक्शन कंपनी को अयोग्य करार दिया था बाबजूद बीएमएसआईसीएल के प्रबंध निदेशक ने राज्य के कैबिनेट को गुमराह कर तीस करोड़ रूपये कि प्रस्तावित राशि पास करवा राशि कि अपव्यय करवा कर पुरे कैबिनेट को बदनाम करने कि साजिश रची है जिससे बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार कि छवि को दागदार करने वाले अधिकारीयों कि जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से कराई जानी चाहिए |
उन्होंने कहा कि देश के सबसे विश्वशनीय तकनीकी संस्थान आईआईटी रुड़की का स्थान भारत ही नही दुनियां के बाहरी देशो में अच्छे और गुणवत्ता पूर्ण कार्य प्रणाली के लिये सोहरत हासिल है जिसने टिप्पणी करते हुये फाइल नोटिंग में लिखा है कि अग्रिम 5.5 रियटर तीब्रता कि भूकंप आने कि स्थिति में यदि कोई बिल्डिंग गिरता है तो वह इस स्वास्थ्य भवन का पहला स्थान गिरने वाले बिल्डिंग में होंगी किन्तु पुर्निरक्षित कार्य के नाम पर जिस भवन का स्टीमेट कॉस्ट 57 करोड़ था उसको एक्सटेंशन कर कैबिनेट से तीस करोड़ रूपये बढ़ा कर पुनः उसी निर्माण एजेंसी को कार्य करने का मौका देकर भ्रस्टाचार करने का एक अवसर प्रदान कर दिया गया |
श्री त्रिभुवन ने राज्य सरकार से भवन निर्माण में कि गईं अनिमियतता कि जांच स्वयं के राज्य एजेंसी अथवा केंद्रीय एजेंसी से जाँच कराने कि मांग किया है जिससे कि सत्य परिलिक्षित हो सके |