नवादा, बिहार: बिहार के नवादा ज़िले से एक चौंकाने वाला साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है, जिसमें ‘प्रेग्नेंट कराने के नाम पर नौकरी’ देने का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं को ठगा जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में तीन नाबालिगों समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मास्टरमाइंड भी शामिल है।
पूरा मामला क्या है?
गिरफ्तार गैंग एक फर्जी कंपनी चला रही थी जिसका नाम था ‘ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब्स’। यह कंपनी बेरोजगार युवाओं को एक अजीबोगरीब ऑफर देकर फंसाती थी। कंपनी का दावा था कि जिन महिलाओं को बच्चा नहीं हो रहा है, उन्हें प्रेग्नेंट करने के लिए युवाओं की ज़रूरत है और इसके बदले में 5 लाख रुपये तक का भुगतान किया जाएगा।
बेरोजगारों को ऐसे फंसाते थे
सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इस फर्जी नौकरी का विज्ञापन दिया जाता था।इच्छुक युवाओं से संपर्क कर उन्हें इंटरव्यू और ट्रेनिंग के नाम पर कुछ ऑनलाइन क्लास कराई जाती थी।बाद में उनसे पंजीकरण शुल्क, मेडिकल टेस्ट या अन्य बहानों से पैसे ऐंठे जाते थे।
टेलीकॉम कंपनियों के नाम पर भी ठगी
गिरोह केवल ‘प्रेग्नेंट जॉब’ तक ही सीमित नहीं था। ये लोग टेलीकॉम कंपनियों में फुल टाइम और पार्ट टाइम जॉब दिलाने के नाम पर भी फर्जीवाड़ा करते थे।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने तकनीकी निगरानी और मोबाइल लोकेशन के आधार पर इस रैकेट का भंडाफोड़ किया। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है और उम्मीद है कि इस रैकेट से जुड़े अन्य सदस्य भी जल्द गिरफ्त में आएंगे।
यह मामला कई गंभीर सवाल खड़े करता है:
क्या साइबर क्राइम पर प्रशासन की पकड़ कमजोर है? बेरोजगारी किस हद तक युवाओं को धोखेबाजों का शिकार बना रही है? सोशल मीडिया पर चल रहे फर्जी विज्ञापनों पर रोक क्यों नहीं लगाई जाती?

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)