इंटरनेशनल डेस्कः यूक्रेन के साथ चल रही जंग के बीच ने दुनिया की खातिर रूस ने झुकने का फैसला किया है। रूस के इस फैसले से विश्व के सभी देशों को बड़ी राहत मिल सकती है।
तुर्की जिसे अब तुर्किए कहा जाता है, का कहना है कि रूस अनाज समझौते को फिर लागू करने को तैयार हो गया है। माना जा रहा है कि पुतिन ने तुर्की की बात मान ली है क्योंकि यह समझौता उसी मध्यस्थता से हुआ था। रूस के रक्षा मंत्री ने तुर्किये के अपने समकक्ष से कहा है कि तुर्किये व संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाले समझौते को रूस फिर से लागू करने पर सहमत हो गया है।
इस समझौते के तहत काले सागर के रास्ते लाखों टन अनाज पोत के जरिए यूक्रेन से बाहर भेजा जा सकेगा। तुर्किये के राष्ट्रपति ने यह जानकारी दी। राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने तुर्किये के अपने समकक्ष हुलुसी अकार से बात की और उन्हें सूचित किया कि बुधवार से अनाज गलियारा समझौता ‘वैसा ही रहेगा जैसा वह पहले था’। एर्दोआन ने बुधवार को कहा कि यह समझौता सोमालिया, जिबूती और सूडान सहित अफ्रीकी देशों के लिए अनाज के नौवहन को प्राथमिकता देगा। रूस ने चिंता व्यक्त की थी कि अधिकांश अनाज अमीर देशों में पहुंच रहा है।