पारस अस्पताल बना क्राइम सीन: गैंगस्टर
पटना, 18 जुलाई 2025 | रिपोर्ट: एशियन टाइम्स ब्यूरो
राजधानी पटना के चर्चित पारस HMRI अस्पताल में 17 जुलाई की सुबह हुई गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या ने पूरे बिहार को हिला कर रख दिया है। अब तक की जांच में यह साफ हुआ है कि इस हत्याकांड की पूरी साजिश गैंगस्टर तौसीफ बादशाह ने रची थी, जिसे पुलिस ने फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक रिपोर्ट और संदिग्धों की पहचान से यह स्पष्ट है कि यह हत्या किसी आपसी गैंगवार का हिस्सा थी।
क्या हुआ था पारस अस्पताल में?
17 जुलाई की सुबह लगभग 7:15 बजे, पाँच हथियारबंद युवक दो बाइक पर सवार होकर पारस अस्पताल पहुँचे। उन्होंने सीधे अस्पताल की दूसरी मंज़िल पर स्थित रूम नंबर 209 में दाखिल होकर चंदन मिश्रा पर फायरिंग की। महज़ 30 सेकंड के अंदर वारदात को अंजाम देकर सभी हमलावर भाग निकले।
सीसीटीवी फुटेज में हमलावरों को बेखौफ, बिना मास्क या हड़बड़ाहट के चलते हुए देखा गया। वारदात के बाद सभी आरोपी बाइक से भागते नजर आए, और भागते समय खुशी में जश्न भी मनाया।
चंदन मिश्रा कौन था?
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चंदन मिश्रा को 2011 में एक व्यापारी राजेंद्र केशरी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा हुई थी।
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2020 में पटना हाईकोर्ट ने उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में बदला।
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वर्तमान में वह 15 दिन की पैरोल पर बाहर था और उसकी पैरोल 18 जुलाई को खत्म होने वाली थी।
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उसके खिलाफ 20 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें लूट, अपहरण, हत्या और रंगदारी शामिल हैं।
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पुलिस का मानना है कि वह “शेरू गिरोह” का पुराना दुश्मन था और उसी गैंगवार का यह बदला है।
मास्टरमाइंड तौसीफ बादशाह की गिरफ्तारी
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मुख्य आरोपी तौसीफ बादशाह को पुलिस ने फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार किया है।
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तौसीफ पहले से ही गैंग गतिविधियों में शामिल था और इस हत्याकांड को बहुत सोच-समझकर प्लान किया गया था।
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसने अस्पताल की सुरक्षा खामियों की रेकी की, खासकर सीढ़ियों का प्रयोग और लिफ्ट को अवॉइड करने की रणनीति बनाई।
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उसने शूटर्स को चंदन मिश्रा के अस्पताल में रहने की जानकारी और कमरे का नक्शा भी उपलब्ध कराया था।
अस्पताल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस हाई-प्रोफाइल मर्डर ने अस्पताल की सुरक्षा प्रणाली को कठघरे में ला खड़ा किया है:
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किसी भी गार्ड ने संदिग्धों को रोका नहीं।
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मेटल डिटेक्टर, एंट्री रजिस्टर और CCTV निगरानी में भारी चूक हुई।
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SHO से लेकर अस्पताल प्रबंधन तक सबके खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ रही है।
राजनीति गरमाई
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तेजस्वी यादव ने कहा: “जब अस्पताल में हत्या हो सकती है तो आम नागरिक कहां सुरक्षित है?”
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे मामले की DGP स्तर की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात कही है।
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विपक्ष इसे “कानून व्यवस्था की मौत” बता रहा है।
आगे की कार्रवाई
तौसीफ बादशाह | गिरफ्तार, पूछताछ जारी |
बाकी हमलावर | पहचान हो चुकी, गिरफ्तारी जल्द |
अस्पताल जांच | फॉरेंसिक, CCTV, सुरक्षा समीक्षा चालू |
कोर्ट कार्यवाही | पोस्टमार्टम रिपोर्ट और 302/120B IPC के तहत केस दर्ज |
STF | बिहार में “कॉन्ट्रैक्ट किलर्स सेल” गठित किया जाएगा |
चंदन मिश्रा की हत्या ने बिहार की गिरती कानून व्यवस्था और अपराधियों के बढ़ते हौसले को उजागर कर दिया है। पुलिस की कार्रवाई के बावजूद, अपराधी खुलेआम हत्या कर रहे हैं। यह घटना न केवल एक गैंगवार का हिस्सा थी, बल्कि व्यवस्था के पतन का आईना भी है। आने वाले दिनों में इस मामले की गहराई से जांच और राजनीतिक-सामाजिक प्रभावों का आकलन ज़रूरी होगा।
रिपोर्टिंग: एशियन टाइम्स ब्यूरो
स्थान: पटना, बिहार
तारीख: 18 जुलाई 2025

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)