एशियन टाइम्स | बड़ी खबर | पटना
पटना: बिहार के चर्चित कारोबारी गोपाल खेमा हत्याकांड में पुलिस ने मंगलवार तड़के करीब 4 बजे विकास उर्फ राजा नामक एक आरोपी का एनकाउंटर कर दिया। पुलिस का दावा है कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान फायरिंग की, जिसके जवाब में हुई कार्रवाई में वह मारा गया। लेकिन अब इस एनकाउंटर को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं, खासकर विकास के परिजनों की तरफ से।
पुलिस का दावा: सुपारी किलर ने किया था मर्डर प्लान
पुलिस के अनुसार, शूटर उमेश को गोपाल खेमा की हत्या की सुपारी पहले विकास को दी गई थी, लेकिन जब उसने अधिक पैसे मांगे तो उमेश ने खुद ही हत्या को अंजाम देने की योजना बनाई। इस पूरे मामले की जांच के दौरान पुलिस मंगलवार को विकास से पूछताछ करने पहुंची, लेकिन उसने कथित तौर पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में विकास की मौत हो गई।
माता-पिता का आरोप: फर्जी मुठभेड़ में मारा गया बेटा
विकास के माता-पिता ने पुलिस के दावे को नकारते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि विकास को फर्जी केस में फंसाकर एनकाउंटर किया गया। मां ने बताया कि उन्होंने बेटे को इसलिए घर बुलाया था क्योंकि पिता की तबीयत बहुत खराब थी।
“विकास चेन्नई में नौकरी करता था, वो ऐसा कभी नहीं कर सकता,” – मां
मां ने कहा, “सोमवार रात 10 बजे पुलिस आई और बेटे को पूछताछ के नाम पर साथ ले गई। वह खाना खा ही रहा था कि पुलिस वालों ने कहा – ‘आराम से खा लो, फिर चलेंगे’। उसके बाद सुबह हमें पता चला कि हमारे बेटे का एनकाउंटर कर दिया गया है।”
पुलिस ने खारिज किए आरोप, जांच जारी
वहीं, पुलिस ने परिजनों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विकास ने ही पहले गोली चलाई थी, जिसके जवाब में उसे ढेर किया गया। पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले की जांच जारी है, और फॉरेंसिक रिपोर्ट व अन्य साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विकास का परिवार – नालंदा से पटना तक का संघर्ष
विकास का परिवार मूल रूप से नालंदा जिले के हिलसा का रहने वाला है। वर्तमान में वे पटना सिटी के मालसलामी इलाके के नालापुर में किराए पर रहते हैं। पिता ऑटो चलाते हैं, जबकि मां लोगों के घरों में काम करती हैं।
माँ का दर्द: “पुलिस ने कहा था छोड़ देंगे, लेकिन सुबह मिली मौत की खबर”
मां ने भावुक होकर कहा,
“पति की तबीयत हमेशा खराब रहती है। डायबिटीज और हार्ट की बीमारी है। विकास सिर्फ पिता को देखने आया था।”
“पुलिसवालों ने कहा था कि पूछताछ के बाद छोड़ देंगे, लेकिन सुबह बेटे की लाश मिली। अब हम कहां जाएंगे?”
यह है मामला:
- व्यवसायी गोपाल खेमा की हत्या ने पूरे राज्य को हिला दिया था।
- पुलिस ने मामले में कई आरोपियों को चिन्हित किया।
- विकास उर्फ राजा को एक मुख्य लिंक माना जा रहा था।
- पुलिस का दावा है कि विकास ने पूछताछ में सहयोग नहीं किया और फायरिंग की।
- जवाबी कार्रवाई में उसका एनकाउंटर हुआ।
- परिजन इसे साजिश बता रहे हैं।
गोपाल खेमा हत्याकांड के साथ-साथ अब पुलिस एनकाउंटर की पारदर्शिता भी सवालों के घेरे में है। पुलिस अपनी बात पर अडिग है, वहीं परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है। अब सबकी नजरें जांच रिपोर्ट और न्यायिक प्रक्रिया पर टिकी हैं।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)