स्थान: किशनगंज, बिहार
रिपोर्ट: एशियन टाइम्स ब्यूरो
किशनगंज जिले के पौआखाली थाना क्षेत्र अंतर्गत पांचगाछी इलाके में अवैध दवा कारोबार पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार देर रात स्थानीय पुलिस ने मां दीपाली ड्रग एजेंसी पर छापा मारा, जहां से 85 कार्टून अवैध दवाइयों को जब्त किया गया।
इस छापेमारी की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जब्त की गई दवाओं में से एक पूरा कार्टून सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वितरण के लिए निर्धारित दवाओं का था। यह दर्शाता है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए खरीदी गई दवाएं निजी हाथों में पहुंच गई थीं और इनका गलत तरीके से व्यवसायिक उपयोग हो रहा था।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया:
- जब्त की गई दवाएं बिना वैध बिल और लाइसेंस के रखी गई थीं।
- कई दवाओं की एक्सपायरी डेट पास हो चुकी थी।
- कुछ दवाएं केवल सरकारी अस्पतालों के उपयोग के लिए चिन्हित थीं।
प्रशासनिक बयान:
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी के संचालक से पूछताछ की जा रही है और दवाओं के स्रोत की जांच की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि सरकारी दवाएं इस एजेंसी तक कैसे पहुंचीं। स्वास्थ्य विभाग और ड्रग इंस्पेक्टर को भी इस मामले की सूचना दे दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर भी सवाल:
इस कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य विभाग की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है। यदि सरकारी दवाएं खुले बाजार में बिक रही हैं, तो यह कहीं न कहीं विभागीय मिलीभगत या लापरवाही को दर्शाता है।
आगे की कार्रवाई:
- ड्रग कंट्रोल विभाग को नोटिस जारी किया गया है।
- दवा कंपनी और एजेंसी संचालक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- पूरे जिले में इस तरह की अन्य एजेंसियों की जांच शुरू हो गई है।
एशियन टाइम्स की अपील:
जनहित में, एशियन टाइम्स जिला प्रशासन से मांग करता है कि इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक जाकर कार्रवाई की जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि सरकारी दवाएं आम जनता तक ही पहुंचे और इनका व्यावसायिक दुरुपयोग न हो।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)