शहर में तेज बारिश के बावजूद कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को महंगाई एवं बेरोजगारी के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। इस दौरान नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने राजभवन का घेराव किया। वक्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों को लोकतंत्र के खिलाफ बताया। कुछ मंत्रियों के पर्यवेक्षक के तौर पर गुजरात भेजे जाने एवं खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सामूहिक गिरफ्तारियां दीं। बाद में उन्हें विद्याधर नगर थाने ले जाकर रिहा किया गया। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के चुने हुए जनप्रतिनिधि संसद में महंगाई पर चर्चा करना चाहते हैं, मोदी सरकार को जनता से किए वादे याद दिलाकर आठ साल का हिसाब मांगना चाहते हैं, किन्तु मोदी सरकार महंगाई व बेरोजगारी के मुद्दे पर चर्चा नहीं करना चाहती है। उन्होंने कहा कि आम आदमी की मूलभूत आवश्यकता की वस्तुओं की जिस प्रकार मूल्य वृद्धि हुई है उससे आम आदमी के घर का बजट गड़बड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल के दामों में 35 प्रतिशत, डीजल के दाम 36 से 40 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम 125 प्रतिशत बढ़ गए हैं, अरहर दाल 22 प्रतिशत, सोयाबीन तेल 76 प्रतिशत, सरसों तेल 59 प्रतिशत, चाय के दामों में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, ईडी, सीबीआइ, इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर दहशत का वातावरण केंद्र सरकार द्वारा बनाया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान मंत्री डॉ. महेश जोशी, परसादी लाल मीणा, हेमाराम चौधरी, सुखराम विश्नोई, प्रतापसिंह खाचरियावास, गोविन्दराम मेघवाल, मौजूद थे। इसके अलावा विधायक एवं अन्य काग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।