आज हम आपको बताएंगे बढ़ती हुई जनसंख्या के बारे में
अगर हम किसी भी बड़े नगर के चौराहे पर थोड़ी देर के लिए खड़े हो जाएं तो हमें सहज रूप में ज्ञात हो जाएगा कि भारत की जनसंख्या कितनी शीघ्रता से बढ़ रही है ऐसा लगता है कि लोगों को सड़क पर चलने के लिए एक दूसरे से संघर्ष करना पड़ रहा है नगरों में ही नहीं अपितु गांव में भी जनसंख्या शीघ्रता से बढ़ती जा रही है जब लोगों गांव में नहीं समा पाते तो वह नगरों की ओर दौड़ते हैं जमीन तो उतनी ही है परंतु प्रतिवर्ष मुंह बढ़ते जा रहे हैं हमारे देश में प्रतिवर्ष लगभग एक करोड़ 33 लाख लोग की वृद्धि हो रही है यह संख्या पूरे ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या के बराबर है संसार की कुल आबादी में से 14% लोग भारतवर्ष में ही रहते हैं लेकिन दुख की बात यह है कि हमारे देश का क्षेत्रफल संसार के क्षेत्रफल का केवल 2% है वस्तुत है हमारी जनसंख्या का ही देश की असंख्य समस्याओं का मूल कारण है