BIHAR: JDU और RJD के एक होने के बाद से लगातार बिहार में क्राइम केस बढ़ता जा रहा है ऐसा कहना है बीजेपी नेताओं का पटना में सोमवार को शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर बीजेपी नेता महागठबंधन की सरकार पर हमलावर हो गए हैं। बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। सुशील मोदी ने कहा है कि 20 लाख नौकरी देने का वादा करने वाली सरकार ने शिक्षक भर्ती की मांग करने पर छात्रों की बर्बरतापूर्वक पिटाई करवाई है। उन्होंने सातवें चरण की शिक्षक बहाली में हुई देरी के लिए नीतीश कुमार को सीधे तौर पर जिम्मेवार ठहराया है।
सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार 15 साल से मुख्यमंत्री हैं और शिक्षा विभाग लगातार उनकी पार्टी जेडीयू के पास रहा, इसलिए मुख्यमंत्री को अपनी नाकामी स्वीकार करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों की जायज मांग को अविलम्ब पूरा करने के बजाय नीतीश सरकार ने नौकरी मांगने वाले छात्रों की पिटाई करायी। जिस एडीएम ने यह बर्बरता की उसे निलम्बित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कारतूस -प्रेमी नये शिक्षा मंत्री 20 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा करते हैं, जबकि शिक्षक की नौकरी मांगने वालों पर डंडे बरसाये जाते हैं। तेजस्वी प्रसाद यादव ने कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा कर युवाओं से वोट लिये थे, लेकिन महागठबंधन सरकार की तीन कैबिनेट बैठकों के बाद भी किसी को नौकरी नहीं मिली। सुशील मोदी ने पूछा है कि आरजेडी ने अपने घोषणा-पत्र में “समान काम- समान वेतन” का जो वादा किया था, उसका क्या हुआ?
उन्होंने कहा कि सरकार बताये कि किस विभाग में कितनी रिक्तियां हैं और कितने नये पद सृजित किये गए ? सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने 4.5 लाख रिक्त पदों पर भर्ती करने और 5.5 लाख नये पद सृजित कर सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। लेकिन अब सत्ता मिलने पर वे नौकरी की जगह रोजगार की बात कर लोगों को धोखा दे रहे हैं।