Bihar News: पेपर लीक केस में पूर्व DGP SK सिंघल पर कसता शिकंजा, ईओयू जल्द बुला सकती है पूछताछ के लिए
पटना। बिहार की चर्चित सिपाही भर्ती पेपर लीक घोटाले में पूर्व डीजीपी और केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के तत्कालीन अध्यक्ष एस.के. सिंघल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की जांच में अब तक मिले साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही उन्हें सशरीर पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि कोलकाता कनेक्शन पर भी परतें खुलने वाली हैं, जिससे पूरे घोटाले की बड़ी साजिश सामने आ सकती है।
गंभीर आरोपों में घिरे पूर्व डीजीपी
2023 में हुई इस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में पूर्व डीजीपी एस.के. सिंघल पर कई गंभीर आरोप हैं।
आरोप है कि प्रश्नपत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक करवाने के लिए भारी कमीशन लिया गया।
जांच में कोलकाता जाने और वहां सेटिंग करने के प्रमाण मिले हैं।गिरफ्तार आरोपियों ने भी सिंघल का नाम जांच एजेंसी के सामने लिया था।अब तक सिंघल ने केवल लिखित जवाब दिए हैं, लेकिन जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। ईओयू की टीम ने स्पष्ट किया है कि किसी को अभी क्लीन चिट नहीं दी गई है, और आगे कानूनी कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर होगी।
पद से हटाए जाने की पूरी कहानी
पेपर लीक की रिपोर्ट सामने आने के बाद, सरकार ने सिंघल को केंद्रीय चयन पर्षद अध्यक्ष पद से हटा दिया था।
EOU की रिपोर्ट में पाया गया था कि –
सिपाही बहाली परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होना
नियमों और मानकों की अनदेखी
और लापरवाही सीधे तौर पर तत्कालीन अध्यक्ष की जिम्मेदारी थी।
जानिए, घोटाले की पूरी पृष्ठभूमि
भर्ती निकली थी: 27 अप्रैल 2023
कुल पद: 21,391
कुल आवेदन: 37 लाख (18 लाख सेलेक्ट हुए)
घोटाले में गिरफ़्तारी: 150 से अधिक आरोपी
एफआईआर दर्ज: 24 जिलों में 75 से अधिक मुकदमे
पूरे घोटाले में उत्तर पुस्तिका और आंसर की के सभी सेट लीक हुए थे। आर्थिक अपराध इकाई इस मामले में लगातार जांच कर रही है और संकेत हैं कि आने वाले दिनों में एस.के. सिंघल से सख्त पूछताछ हो सकती है।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)