दीघा पाटीपुल घाट से कलेक्टोरेट घाट तक किया पैदल निरीक्षण
पटना, 12 अक्टूबर 2025 | Asian Times Report
पटना प्रमंडल के आयुक्त श्री अनिमेष कुमार पराशर ने रविवार की सुबह जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., वरीय पुलिस अधीक्षक श्री कार्तिकेय के. शर्मा, नगर आयुक्त श्री यशपाल मीणा और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ छठ महापर्व 2025 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दीघा पाटीपुल घाट से कलेक्टोरेट घाट तक करीब 9 किलोमीटर की पैदल यात्रा की।
इस दौरान उन्होंने घाटों की भौगोलिक स्थिति, जलस्तर में हो रहे परिवर्तन और सुरक्षा उपायों का विस्तृत निरीक्षण किया। आयुक्त ने कहा कि —
“दुर्घटना-रहित और सुविधा-युक्त छठ महापर्व हमारा सर्वोच्च लक्ष्य है। सभी विभागों के बीच समन्वय बनाकर इसे सुनिश्चित किया जाएगा।”
9 किलोमीटर तक निरीक्षण — 3 घंटे चला अभियान
आयुक्त ने एक-एक कर मीनार घाट, दीघा पोस्ट ऑफिस घाट, जेपी सेतु के दोनों घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, बाँस घाट, बुद्धा घाट और कलेक्टोरेट घाट सहित सभी प्रमुख घाटों का निरीक्षण किया।
उन्होंने निर्देश दिया कि घाटों के रास्तों में जहाँ-जहाँ गड्ढे या अवरोध हैं, उन्हें तुरंत दुरुस्त किया जाए।
109 घाट, 21 सेक्टरों में प्रशासनिक निगरानी
जिलाधिकारी ने बताया कि दानापुर से पटना सिटी तक 109 प्रमुख घाटों को 21 सेक्टरों में बाँटा गया है। हर सेक्टर में पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, सफाई कर्मी और तकनीकी टीम तैनात हैं।
पटना नगर निगम ने सभी घाटों के एप्रोच रोड, सफाई व्यवस्था और प्रकाश व्यवस्था पर 24×7 कार्य शुरू कर दिया है।
गंगा नदी का जलस्तर
जल संसाधन विभाग ने जानकारी दी कि 12 अक्टूबर को प्रातः 6 बजे गांधी घाट पर जलस्तर 47.28 मीटर था, जो पिछले 24 घंटे में 16 सेंटीमीटर घटा है। अनुमान है कि छठ के समय जलस्तर 45–46 मीटर के बीच रहेगा।
आयुक्त ने कहा —
“जलस्तर घट रहा है, पर निरंतर निगरानी आवश्यक है। कटाव वाले घाटों पर विशेष ध्यान रखा जाए।”
सुरक्षा और आपदा प्रबंधनआयुक्त ने सभी घाटों पर सुरक्षा बैरिकेडिंग, साइनेज, लाल झंडे से खतरनाक घाटों की निशानदेही, वाच टावर, सीसीटीवी कैमरा, और कंट्रोल रूम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को 24×7 तैयार रहने का आदेश दिया गया है।इसके अलावा नाविकों और गोताखोरों की पर्याप्त संख्या में तैनाती होगी।
सुविधा और स्वच्छता
नगर निगम को घाटों पर पुरुष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, पेयजल, चेंजिंग रूम, शेड, और वाहन पार्किंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
भवन निर्माण विभाग एवं विद्युत विभाग को बेहतर प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षित वायरिंग सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
प्राथमिकता — भीड़ और यातायात प्रबंधन
आयुक्त ने कहा —
“उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था और सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अपर नगर आयुक्त, आपदा प्रबंधन अधिकारी, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
Author: Noida Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)









