किशनगंज में उद्योगपति जयकरण दप्तरी से जुड़े समूह पर आयकर विभाग ने कड़ा शिकंजा कस दिया है। विभाग ने करीब 100 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति जब्त कर ली है। वरिष्ठ अधिकारी सुनीता कुमारी के नेतृत्व में मंगलवार को हुई छापेमारी के बाद यह कार्रवाई की गई।
25 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी
आयकर विभाग और केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त टीम ने दप्तरी ग्रुप के 25 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें नेमचंद रोड, भगतटोली, धर्मशाला रोड, पश्चिमपाली और सुभाषपाली के आवासीय व कारोबारी ठिकाने शामिल हैं।
आरोप: काला धन और हवाला नेटवर्क
अधिकारियों के अनुसार यह कार्रवाई आर्थिक अनियमितताओं, काले धन और हवाला नेटवर्क की जांच के तहत की गई। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल डेटा और वित्तीय रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं।
जांच टीम को आशंका है कि दप्तरी ग्रुप के कारोबार से जुड़े लेनदेन में बड़े पैमाने पर अवैध धन के लेन-देन हुए हैं। फिलहाल जांच जारी है और अधिकारियों को और खुलासों की उम्मीद है।
तीन भाइयों का कारोबार
दप्तरी ग्रुप का व्यापार चाय बागान, मॉल, कपड़ा, फर्नीचर, निर्माण, होटल और वाहन बिक्री जैसे कई क्षेत्रों में फैला हुआ है। इसे तीन भाई — राजकरण, जयकरण और विजयकरण मिलकर चलाते हैं।
पूछताछ के दौरान बिगड़ी तबीयत
छापेमारी के दौरान सोमवार रात समूह के मालिक राजकरण दप्तरी से पूछताछ की गई। इसी दौरान उनके सीने में दर्द हुआ और वे अचानक गिर पड़े। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जनता की नाराजगी
स्थानीय लोगों का कहना है कि इतने बड़े कारोबार के बावजूद दप्तरी ग्रुप और भ्रष्ट अधिकारियों ने मिलकर जनता का पैसा लूटा है। लोगों की मांग है कि जांच पूरी तरह पारदर्शी हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)