अमृतसर/जालंधर: मंगलवार, 23 सितंबर को पंजाब के अमृतसर और जालंधर में वाल्मीकि समाज के लोगों ने बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का दावा था कि अक्षय की एक फिल्म “महा वाल्मीकि” का ट्रेलर रिलीज हुआ है, जिसमें उन्हें महर्षि वाल्मीकि के रूप में दिखाया गया है।
वाल्मीकि समाज ने आरोप लगाया कि वीडियो में महर्षि वाल्मीकि की छवि को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जिससे समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर अक्षय कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
AI वीडियो ने बढ़ाया विवाद
जांच में सामने आया कि विवादित वीडियो यूट्यूब पर करीब छह महीने पहले अपलोड किया गया था। वीडियो के थंबनेल में अक्षय कुमार को महर्षि वाल्मीकि के रूप में दिखाया गया है और बैकग्राउंड में उनकी आवाज जैसी डायलॉग्स इस्तेमाल किए गए हैं। वीडियो में बर्फीले पहाड़ों की गुफा और कई ऋषि-मुनियों को दिखाया गया है।
वाल्मीकि समाज की मांग
अमृतसर में वाल्मीकि समाज के नेताओं ने कहा कि सेंसर बोर्ड में उनके समाज का प्रतिनिधित्व होना जरूरी है ताकि भविष्य में इस तरह की गलतफहमी न पैदा हो। उन्होंने गूगल से वाल्मीकि इतिहास से जुड़ी गलत जानकारी हटाने की भी मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की तो बड़ा संघर्ष किया जाएगा।
अक्षय कुमार ने दी सफाई
विरोध के बाद, अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि यह वीडियो AI जनरेटेड फेक वीडियो है और उनका इससे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने मीडिया संस्थानों से अनुरोध किया कि वे किसी भी जानकारी को प्रकाशित करने से पहले पुष्टि करें और प्रमाणित रिपोर्टिंग करें।
अक्षय कुमार का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और अब विवाद शांत होने की संभावना है।
@AT Saumya
 
				Author: BiharlocalDesk
ASAIN TIMES NEWS NETWORK
 
								 
								

 
															




