मुंबई:
शिवसेना सांसद संजय राउत को गुरुवार को ईडी ने रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया. सुनवाई के दौरान ईडी ने उनकी रिमांड बढ़ाने की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए रिमांड आठ अगस्त तक बढ़ा दी. केस की सुनवाई करते हुए जज ने संजय राऊत से पूछा कि आपको कोई दिक्कत है? इस पर सांसद ने कहा कि जहां उन्हें कस्टडी में रखा गया था, वहां वेंटिलेशन नहीं है
जज ने ईडी से पूछा कि इसके लिए आप क्या कर रहे हो? इस पर ईडी ने कोर्ट में माफ़ी मांगी और कहा कि हमने उनको एसी में रखा है. राउत झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने पंखे की मांग की है. ऐसे में हम वेंटिलेशन वाला रूम उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं.
ED ने कोर्ट में कहा कि इनके (संजय राउत) और परिवार के अकाउंट में 1 करोड़ 6 लाख कैसे आए और विदेश दौरे पर कितना खर्च किया उसकी जांच कर रहे हैं. ईडी को रेड में कुछ कागज़ात मिले हैं, जिससे पता चलता है कि संजय राऊत को हर महीने में प्रवीण राऊत द्वारा एक निश्चित रकम दी जाती थी.
ईडी ने दावा किया कि प्रवीण राऊत से मिले पैसे से अलीबाग में जमीन खरीदी गई. इधर, स्वप्ना पाटकर के वकील ने कहा कि संजय राऊत द्वारा स्वप्ना पाटकर को धमकाया जा रहा है. जज ने पूछा जब संजय राऊत गिरफ्तार हैं तो धमका कौन रहा है? गौरतलब है कि केंद्रीय एजेंसी ने उपनगर गोरेगांव में पात्रा ‘चॉल’ के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं और उनकी पत्नी तथा कथित साथियों के संपत्ति से जुड़े वित्तीय लेनदेन के संबंध में राउत को रविवार मध्यरात्रि को गिरफ्तार किया था. ईडी ने राउत को सोमवार को धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) अदालत के न्यायाधीश एम जी देशपांडे के समक्ष पेश किया था और उनकी आठ दिन की हिरासत मांगी थी लेकिन अदालत ने शिवसेना नेता को चार अगस्त तक की हिरासत में भेजा था.