बिहार की राजनीति में एक बार फिर से सियासी उठापटक तेज हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष के बाद नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में आए विजय कुमार सिन्हा सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर बने हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना में करोडों के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार जान बूझकर विधानसभा की विशेष कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करना चाह रही है। बार बार मांग करने के बावजूद सरकार ने विशेष कमेटी की जांच रिपोर्ट और आचार समिति की रिपोर्ट प्रतिवेदन को सदन में पेश नहीं होने दिया। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि उनके द्वारा विधानसभा की कार्यसूची में इन दोनों प्रतिवेदन को शामिल करने के बावजूद सरकार ने उसे ऐन वक्त पर बदलवा दिया।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय में बड़ा घोटाला हुआ है। श्रम संसाधन विभाग के तहत कौशल विकास योजना में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। जिस कंपनी को इसका जिम्मा दिया गया था उसके खिलाफ शिकायत मिलने के बाद घोटाले की जांच के लिए विशेष कमेटी बनाई गई थी। विधानसभा में इस घोटाले को लेकर सदस्यों द्वारा मामला उठाने के बाद इस मामले की जांच के लिए विशेष कमेटी बनाई गई थी। विशेष कमेटी की जांच रिपोर्ट आ चुकी है लेकिन सरकार उस रिपोर्ट के सामने नहीं आने देना चाह रही है।
उन्होंने सरकार पर सवाल उठाया है कि आखिर क्या कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस रिपोर्ट को सामने नहीं आने दे रहे हैं। क्या सीएम अपने निकटतम अधिकारियों को बचाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं तो उस रिपोर्ट को सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहे हैं। सरकार इस मामले पर बरगलाने की कोशिश नहीं करे, भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष के लोग पूरी तरह से सजग हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में एक बार फिर से जंगलराज-2 को किसी भी कीमत पर नहीं आने देंगे।