पटना। बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भारी हंगामा देखने को मिला। सुबह की कार्यवाही केवल 21 मिनट और दोपहर 2 बजे शुरू हुई दूसरी शिफ्ट की कार्यवाही महज 30 मिनट चली। यानी पूरे दिन में विधानसभा की कार्यवाही कुल 51 मिनट ही चल सकी।
इस दौरान विपक्ष के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया। सदन में लगातार नारेबाजी होती रही। जैसे ही दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी विधायक तख्तियां लेकर वेल में पहुंच गए और हंगामा करने लगे।
वोटर वेरीफिकेशन और लॉ एंड ऑर्डर बना मुद्दा
विपक्ष ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था और वोटर वेरीफिकेशन को लेकर प्रदर्शन किया। वेल में पहुंचे विपक्षी विधायकों ने रिपोर्टिंग टेबल तक कुर्सियां उठाकर पहुंचाने की कोशिश की, जिसे मार्शल ने रोका।
विधानसभा अध्यक्ष की चेतावनी
विधानसभा अध्यक्ष ने वेल में आए विधायकों को कई बार चेताया और पोस्टर दिखाने से मना किया। विपक्ष की ओर से ‘नीतीश कुमार हाय-हाय’ और ‘SIR वापस लो’ जैसे नारे लगाए गए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रहे मौजूद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में उपस्थित रहे। अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों से कहा, “धक्का-मुक्की मत कीजिए। इससे आपकी लोकप्रियता नहीं बढ़ेगी। जनता देख रही है कि आप लोग क्या कर रहे हैं।”
हंगामे के बीच विधेयक पारित
बावजूद इसके, हंगामे के बीच कुछ विधेयक पारित कराए गए। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)