बड़े एग्जाम सॉल्वर
बिहार में शिक्षक भर्ती (TRE), TET, BPSC (इंजीनियरिंग) और ANM जैसी परीक्षाओं में पास कराने एवं पेपर लीक कराने वाले बड़े सॉल्वर-गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस के अनुसार गिरोह के अजय और उदय नामक मुखिया बहुत प्लानिंग के साथ अभ्यर्थी ढूंढ कर डील करते थे। सोशल मीडिया, कोचिंग, टेलीग्राम तथा अन्य माध्यमों से ऐसे कैंडिडेट्स को चिन्हित करते थे, जो पैसे देकर पास होना चाहते थे।
गिरोह एजेंट्स, सॉल्वर, सरकारी तंत्र और लीक करने वालों की तीन लेयर में काम करता था। कस्टमर डील होने के बाद एजेंट्स, एग्जाम एजेंसी तक फर्जी फॉर्म पहुंचाते थे। कंट्रोल रूम के बाहर क्लोन कंप्यूटर पर पहले से तैयार पेपर सेट किया जाता था। जांच में पाया गया कि सेंटरों पर कम से कम 20% कंप्यूटर अतिरिक्त रखे जाते थे, ताकि समस्या आने पर तुरन्त नया कंप्यूटर अलॉट किया जा सके। सेंटर का सर्वर एक मास्टर कंप्यूटर से ऑपरेट होता था।
परीक्षा के दिन कैंडिडेट्स को पहले ही सेंटर बुलाकर बायोमेट्रिक और आईडी चेक करवाई जाती थी, फिर सॉल्वर को बैठा देते थे या कंप्यूटर हैक करके पेपर हल कराया जाता था। गिरोह का नेटवर्क इतना मजबूत था कि कैंडिडेट से रकम लेकर उसके ओरिजिनल डाक्यूमेंट भी ले लेते थे। इस रैकेट में कोचिंग माफिया से लेकर सरकारी अधिकारी तक शामिल थे।
पुलिस ने बताया कि सिर्फ उदय और अजय की गिरफ्तारी हुई है, इनसे कई अहम सुराग हाथ लगे हैं पर पूरी चेन की तलाश अभी जारी है। पुलिस के अनुसार, 23 अभ्यर्थियों ने पेपर पास कराने के लिए पैसे दिए थे।
यह खबर राज्यस्तरीय परीक्षा सॉल्वर गैंग के ऑपरेशन, योजना, टीम, सेंटर की सेटिंग और प्रशासनिक मिलीभगत का विस्तृत खुलासा करती है।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)