पटना, 1 सितम्बर।
बॉलीवुड फिल्म जॉली LLB-3 के ट्रेलर और गानों को लेकर देशभर में अधिवक्ताओं ने आपत्ति जताई है। अधिवक्ताओं का कहना है कि फिल्म में कोर्ट और लीगल प्रोफेशन की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है।
विवाद की वजह
ट्रेलर में अभिनेता अक्षय कुमार और अरशद वारसी को वकीलों के किरदार में कोर्टरूम के अंदर जज को “मामू” कहकर संबोधित करते हुए दिखाया गया है।
जज के सामने लड़ाई-झगड़ा और बदतमीजी करते हुए दृश्य पेश किए गए हैं।
फिल्म के गानों में अधिवक्ता की यूनिफॉर्म पहनकर डांस और हास्य प्रस्तुतियां की गई हैं, जिसे अधिवक्ताओं ने अपमानजनक करार दिया है।
पटना हाईकोर्ट में विरोध
आज पटना हाईकोर्ट परिसर में वकीलों ने इस फिल्म के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। अधिवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि यह फिल्म समाज के सामने अधिवक्ताओं की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रस्तुति से न केवल वकीलों का अपमान होता है, बल्कि कानून की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं और समाज पर भी नकारात्मक असर पड़ता है।
जनहित याचिका दायर
अधिवक्ता नीरज कुमार ने जॉली LLB-3 के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर की है। उनका कहना है कि सेंसर बोर्ड ने बिना उचित अनुमति के इस फिल्म को हरी झंडी दी, जबकि बार काउंसिल ऑफ इंडिया की अनुमति लेना अनिवार्य था।
उन्होंने उदाहरण दिया कि जिस प्रकार भारतीय सेना पर आधारित फिल्म बनाने से पहले सेना की अनुमति जरूरी होती है, उसी प्रकार वकीलों पर आधारित फिल्मों के लिए भी बार काउंसिल की अनुमति अनिवार्य होनी चाहिए।
Author: Noida Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)





