भारतीय टीम अब देश में जो भी सीरीज खेलेगी उसकी स्पॉन्सरशिप पर पेटीएम का ऐड नहीं होगा। डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने बीसीसीआई के साथ समय से पहले ही अपनी डील तोड़ ली है और बीसीसीआई ने भी उसे इसकी मंजूरी देते हुए ग्लोबल पेमेंट और टेक्नोलॉजी कंपनी मास्टरकार्ड को ये अधिकार ट्रांस्फर कर दिए हैं। अब भारत में होने वाले सभी घरेलू और इंटरनेशनल मैचों का टाइटल स्पॉन्सर मास्टरकार्ड ही होगा
भारतीय टीम को सितम्बर से टी20 वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी करनी है और इसी सीरीज से टाइटल स्पॉन्सर मास्टरकार्ड होगा। दोनों टीमें टी20 वर्ल्ड कप से पहले एक-दूसरे से भिड़ेंगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पेटीएम ने जुलाई की शुरुआत में ही बीसीसीआई से यह कहा था कि अब वह उसके मैचों का टाइटल स्पॉन्सर नहीं बने रहना चाहता है और उसने ही ये अधिकार मास्टरकार्ड को सौंपने को कहा था। ऐसे में बीसीसीआई ने ये अधिकार पेटीएम के साथ हुई डील के आधार पर मास्टरकार्ड को ट्रांस्फर कर दिए। अब मास्टरकार्ड प्रति मैच 3.8 करोड़ रुपये बीसीसीआई को देगा।
इससे पहले पेटीएम ने बीसीसीआई से ये अधिकार 2023 तक के लिए खरीदे थे। लेकिन अब वह इससे अलग हो गया है और अब 2023 तक मास्टरकार्ड को ये अधिकार सौंप दिए जाएंगे। पेटीएम साल 2015 में पहली बार बीसीसीआई का स्पॉन्सर बना था।