IPS अधिकारी अमित लोढ़ा पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप, सरकार ने दी अभियोजन की मंजूरी पर विचार की अनुमति
ब्यूरो रिपोर्ट | Asian Times
पटना। चर्चित आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा, जिनके जीवन पर आधारित वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ ने उन्हें पूरे देश में लोकप्रिय बना दिया था, अब एक गंभीर कानूनी संकट में फंसते नजर आ रहे हैं। बिहार सरकार ने उन्हें हाल ही में एडीजी (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक) के पद पर पदोन्नति दी, लेकिन अब उन्हीं के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets – DA) मामले में अभियोग चलाने की अनुमति पर विचार शुरू कर दिया गया है।
SVU की जांच और एफआईआर
बिहार सरकार की विशेष निगरानी इकाई (Special Vigilance Unit – SVU) ने 7 दिसंबर 2022 को अमित लोढ़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की थी। SVU की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि आईपीएस लोढ़ा की वैध आय करीब ₹2 करोड़ है, जबकि उन्होंने और उनकी पत्नी ने लगभग ₹7 करोड़ की संपत्ति अर्जित की है।
सूत्रों के अनुसार, वेब सीरीज निर्माण से जुड़े कुछ ट्रांजेक्शन भी संदेह के घेरे में हैं। आरोप है कि सीरीज के राइट्स बेचने और बुक डील से हुई कमाई सीधे उनकी पत्नी के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग का शक भी गहराया है।
ED की नजर भी अमित लोढ़ा पर
इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है। ईडी ने उनके और उनकी पत्नी के खिलाफ ईसीआईआर (ECIR) दर्ज कर ली है और इस बात की जांच कर रही है कि कहीं सार्वजनिक पद पर रहते हुए अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित तो नहीं की गई।
पटना हाई कोर्ट का आदेश
जब अमित लोढ़ा ने पटना उच्च न्यायालय में एफआईआर को रद्द करने की याचिका दायर की, तो जनवरी 2024 में कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। न्यायालय ने स्पष्ट कहा कि जांच को 6 महीने के भीतर पूर्ण किया जाए और किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी।
सरकार की कार्रवाई और तीन ADG की कमेटी बिहार सरकार ने इस गंभीर प्रकरण में तीन ADG स्तर के अधिकारियों की कमेटी गठित की है:
- नैय्यर हसनैन खान – प्रमुख, आर्थिक अपराध इकाई (EOU)
- संजय सिंह – ADG, कानून व्यवस्था
- जितेंद्र कुमार – ADG, CID
इस कमेटी को 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है, जिसके बाद निर्णय लिया जाएगा कि उनके खिलाफ अभियोग चलाने की अनुमति दी जाए या नहीं।
विवादों के बीच पदोन्नति भी गौर करने वाली बात यह है कि इन आरोपों और जांचों के बावजूद, राज्य सरकार ने हाल ही में अमित लोढ़ा को ADG पद पर पदोन्नत कर दिया है। इस पदोन्नति को पूर्ववर्ती तारीख से प्रभावी बनाया गया है ताकि यह उनके कनिष्ठ रत्न संजय कटियार से पहले माना जाए।
जनता में मिली-जुली प्रतिक्रिया एक ओर जहां जनता का एक वर्ग उन्हें ‘ईमानदार और निडर अफसर’ मानता है, वहीं अब जब उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप लगे हैं, तब यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है।
Asian Times इस प्रकरण पर आगे की हर अपडेट आपके लिए लाता रहेगा। @tanvir alam sheikh
