बड़ी खबर बीपीएससी 67वीं पीटी परीक्षा से जुड़ी हुई आ रही है। बिहार सरकार ने पूर्व की तरह ही एक दिन और एक ही पाली में परीक्षा लेने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है। हालांकि पीटी परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है।
अभ्यर्थियों की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री आवास में हुई हाई लेवल मीटिंग में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, बीपीएससी अध्यक्ष और सचिव समेत अन्य वरीय अधिकारी शामिल हुए।बैठक में बीपीएससी के अध्यक्ष ने सीएम नीतीश को पूरी स्थिति की जानकारी दी। बैठक में इस बात पर निर्णय हुआ कि बीपीएससी की पीटी परीक्षा पहले की तरह एक ही दिन और एक ही पाली में ली जाएगी, हालांकि पीटी परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है।
बता दें कि कि बीपीएससी के अभ्यर्थी पीटी परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम लागू करने और दो दिन परीक्षा आयोजित किये जाने का विरोध कर रहे थे। इसको लेकर भारी संख्या अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर उतरे थे। बीपीएससी के गेट पर बिहार प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज भी किया था। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने अभ्यर्थियों की मांग पर संज्ञान लेते हुए आयोग के अधिकारियों की गरुवार को बैठक बुलाई थी, जिसमें पीटी परीक्षा को एक ही दिन एक पाली में लेने का फैसला लिया गया।
इससे पहले पुलिस की इस कार्रवाई और बीपीएससी के अधिकारियों की मनमानी से परेशान अभ्यर्थी बीते बुधवार की देर शाम उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने पहुंचे थे। राबड़ी आवास के बाहर भारी संख्या में बीपीएससी अभ्यर्थी मौजूद थे लेकिन उनकी डिप्टी सीएम से मुलाकात नहीं हुई। नाराज अभ्यर्थियों ने कहा था कि सरकार में आते ही तेजस्वी यादव बदल गये हैं। तेजस्वी विपक्ष में रहते हुए जिस तरह से छात्रों से पहले मिलते थे अब वैसा नहीं दिखता। अभ्यर्थियों ने कहा था कि जब तेजस्वी नेता प्रतिपक्ष थे तब आधी रात में भी फरियादियों से मिलने पहुंच जाते थे लेकिन अब मिलने से परहेज करते हैं।