अगले लोकसभा चुनाव के करीब 18 महीने पहले से ही दिल्ली में इसकी आहट ने सुनाई देने लगी है। बिहार में महागठबंधन की सरकार का मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार के दौरे ने न केवल 2024 की अभी से चर्चा छेड़ दी है, बल्कि वह पटना लौटने से पहले भाजपा को डरा कर भी जा रहे हैं। रबर डैम का उद्घाटन गया में करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना लौंटे। पटना लौटने के बाद वे सीधे राबड़ी आवास के लिए निकल गये। जहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर रहे हैं। कई मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो रही है।
गया से पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने एक बार फिर कर दिया कि हम पीएम उम्मीदवार नहीं है। सब लोग एकजुट होंगे तब तय करेंगे की विपक्ष का पीएम उम्मीदवार कौन होगा। जितना पुराना इतिहास है उसे खत्म कर दिया जाएगा। सुशील मोदी पर कहा कि हम उन्हें बराबर सलाह देते हैं कि रोज मेरे बारे में अंड बंड बोलते रहिए ऐसा नहीं करेंगे तो कोई पूछेगा क्या?
जंगलराज के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में जंगल राज कहां है? कौन कहता है? बिहार में जंगलराज नहीं जनता राज है। हमलोगों के खिलाफ लोग खुब बोलते हैं ताकि पार्टी में अच्छा जगह मिल जाए।