मोतीहारी में वक्फ संशोधन बिल के विरोध में जिला स्तरीय कॉन्फ्रेंस आयोजित, सैकड़ों लोगों ने लिया हिस्सा
मोतीहारी, बिहार: केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल के विरोध में शुक्रवार रात 9 बजे मोतीहारी के ईदगाह मैदान में एक जिला स्तरीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मौलाना, उलेमा, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और विरोध दर्ज कराया।
‘वक्फ की संपत्ति पूर्वजों की अमानत है’
कॉन्फ्रेंस की अगुवाई कर रहे आमिर-ए-शरीअत हजरत मौलाना अहमद बली फैजल रहमानी ने कहा कि वक्फ की संपत्ति हमारे पूर्वजों की अमानत है, जिसे किसी भी सरकार द्वारा जबरन अधिग्रहण नहीं किया जा सकता। उन्होंने स्पष्ट किया कि वक्फ की संपत्तियाँ मुस्लिम समाज की सामाजिक, धार्मिक और शैक्षणिक जरूरतों के लिए हैं, और इनका संरक्षण समाज की जिम्मेदारी है।
सैकड़ों लोगों की भागीदारी, मोबाइल टॉर्च जलाकर किया समर्थन
इस विरोध कार्यक्रम में शामिल सैकड़ों लोगों ने मौलाना के वक्तव्य के समर्थन में अपने मोबाइल की टॉर्च जलाकर एकजुटता दिखाई। धार्मिक नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इस संशोधन बिल के जरिए मुस्लिम समाज की संपत्तियों पर नियंत्रण पाना चाहती है। उनका कहना था कि यह संविधान और अल्पसंख्यक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है।
शांतिपूर्ण आंदोलन की घोषणा
कॉन्फ्रेंस के अंत में यह तय किया गया कि वक्फ संपत्तियों की रक्षा के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन जारी रहेगा। युवाओं की बड़ी भागीदारी को देखते हुए यह भी कहा गया कि यह मुद्दा समाज के हर वर्ग को प्रभावित कर रहा है और जन-जागरूकता की आवश्यकता है।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)