कैबिनेट का बड़ा फैसला: 20 लाख नौकरी और रोजगार देगी बिहार सरकार|

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कैबिनेट का बड़ा फैसला: 20 लाख नौकरी और रोजगार देगी बिहार सरकार

आखिरकार नीतीश कुमार ने वो काम कर दिया, जिसकी अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही थीं. नीतीश कुमार बीजेपी  का साथ छोड़ अब महागठबंधन के हो गए हैं. राजद और जेडीयू के बीच सत्ता में साझेदारी को लेकर बात बन गई है. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने। बिहार में सरकार बनने से पूर्व तेजस्वी यादव ने बिहारवासियों से वादा किया था कि उनकी सरकार बनी तो 10 लाख नौकरी देंगे वही महागठबंधन की सरकार बनने के बाद स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 की जगह 20 लाख नौकरी देने का ऐलान किया था। सरकार ने इस संकल्प को पूरा करने के लिए अपना कदम बढ़ा दिया है। आज हुई कैबिनेट की बैठक में कई विभागों में लगभग 8 हजार पदों के सृजन को स्वीकृति दी है।

मंगलवार को मुख्य सचिवालय के मंत्रिमंडल सभागार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। कैबिनेट की बैठक में कुल 16 एजेंडों पर मुहर लगाई गई है। नीतीश सरकार ने दुर्गा पूजा और दिपावली के मौके पर बिहारवासियों को बड़ा तोहफा दिया है। 15 अगस्त को 20 लाख नौकरी देने के ऐलान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है।

इसके तहत 6 हजार 300 अमीनों के पदों को भरा जाएगा साथ ही कई अन्य विभागों में भी बहाली निकाली जाएगी। सरकार ने इसे लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए है। जल्द ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा। यही नहीं नीतीश सरकार ने फार्मेसी और नर्सिंग की पढ़ाई कर रहें छात्रों को भी दुर्गा पूजा और दीपावली का तोहफा दिया है। मेडिकल छात्रों के तर्ज पर फार्मेसी और नर्सिंग छात्र-छात्राओं को इंटर्नशिप दिया जाएगा। इन छात्रों को 1500 रुपया छात्रवृति के तौर पर दिया जाएगा। आज हुई कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगाई गयी है।

बिहार वक्फ न्यायाधिकरण पटना के लिए एक ड्राइवर के पद का सृजन किया गया है। वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप की स्थापना और इसके संचालन के लिए विभिन्न कोटि के कुल 27 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गयी है। अरवल मंडल कारा में 102 पद और पालीगंज उपकारा के विभिन्न कोटि के 98 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गयी है। कैबिनेट की बैठक में गृह विभाग के कुल 200 पदों को स्वीकृति दी गयी है। राज्य के जलाशयों में समग्र मात्स्यिकी विकास के लिए बिहार राज्य जलाशय मात्स्यिकी नीति 2020 की स्वीकृति दी गयी है।

वही वित्तीय वर्ष 2022-23 अंतर्गत आकस्मिकता निधि से 43 करोड़ 93 लाख 85 हजार अग्रिम की स्वीकृति दी गयी है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के क्रियान्वयन के लिए ग्रामीण विकास विभाग की मांग संख्या-42 के अंतर्गत राज्यांश मद में तीन सौ चालीस करोड़ रुपये की राशि की आकस्मिकता निधि से अग्रिम की स्वीकृति दी गयी है। जबकि नगरपालिका चुनाव और मतगणना प्रक्रिया का लाइव वेबकास्टिंग कराये पर फैसला लिया गया है। इसके लिए आईटीआई लिमिटेड को एजेन्सी के रूप में काम करने की स्वीकृति दी गयी है।

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग क अंतर्गत बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य योजना मद से तीन सौ 63 करोड़ 26 लाख 85 हजार रुपये खर्च किया जाएगा और संविदा के आधार पर 7595 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गयी है। इसके तहत विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के 259, विशेष सर्वेक्षण कानूनगो के 518, विशेष सर्वेक्षण अमीन के 6300 एवं विशेष सर्वेक्षण लिपिक के 518 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गयी है। वही बिहार विधान मंडल (सदस्यों के वेतन,भत्ता और पेंशन) नियमावली, 2006 के नियम 15 में संशोधन की स्वीकृति दी गयी है।

वही बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सचिव के पद पर अनुभवी पदाधिकारी विनोद कुमार निदेशक सह कार्यकारी सचिव की सेवानिवृत्ति के बाद संविदा क आधार पर 1 अक्टूबर 2022 से एक वर्ष के लिए नियोजन किया गया है। जबकि बिहार न्यायिक सेवा के पदाधिकारियों का 1 जनवरी 2016 से वेतन पुनरीक्षण को कैबिनेट ने स्वीकृति दे दी है

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