एक छठी पीढ़ी का फाइटर जेट डेवलपमेंट प्रोग्राम है जिसे ब्रिटेन, जापान और इटली संयुक्त रूप से विकसित कर रहे हैं। यह प्रोग्राम मौजूदा 5th जेनरेशन विमानों से कहीं आगे है और इसमें शामिल होंगे:
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स्टेल्थ टेक्नोलॉजी
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AI-सक्षम सिस्टम
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मानव रहित ड्रोन्स के साथ समन्वय
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नेटवर्क-सेंट्रिक वॉरफेयर क्षमता
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उच्च गतिशीलता और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर टूल्स
भारत के लिए क्या है लाभ?
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तकनीकी मजबूती: भारत को AI, सेंसर फ्यूजन, स्टेल्थ जैसी अत्याधुनिक तकनीकें मिल सकती हैं।
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रणनीतिक सहयोग: जापान और पश्चिमी देशों के साथ रक्षा साझेदारी मजबूत होगी।
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चीन-पाकिस्तान मोर्चे पर मजबूती: GCAP जैसी क्षमताएं भारत की वायु शक्ति को अगले स्तर पर ले जाएंगी।
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आत्मनिर्भरता में मदद: भारत अपनी AMCA परियोजना के लिए अनुभव और टेक्नोलॉजी हासिल कर सकता है।
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भारत सरकार की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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लेकिन रणनीतिक और तकनीकी जानकार इस प्रस्ताव को “गौर करने लायक” और “भविष्य-निर्धारक” मान रहे हैं।

Author: Bihar Desk
मुख्य संपादक (Editor in Chief)