कोरोना महामारी के बाद एक और महामारी मंकीपॉक्स लोगो को डरा रहा है। बड़ी तेज़ी से ये 72 देशों में फैल चुका है। ऐसे में W.H.O ने इसको लेकर वैश्विक चिंता होने के कारण पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है।
जानवरो से और खासकर बंदरों से फैलाने वाली इस संक्रमण को मंकीपोक्स कहते है। इसका सबसे पहला केस अफ्रीकी देश कोंगो में में साल 1970 में आया था। ऐसे में वैज्ञानिक ने 50 सालो में इसके बदलते स्वरूप को देखते हु, इससे सावधानी बरतने को कहा है।
मंकीपॉक्स का खतरा चार तरह के लोगो के लिए ज्यादा बना रहता है–
1. पुरुष – अभी तक के सबसे ज्यादा केस पुरुषो में ही देखे गए है।
2. LGBTQ – इन लोगो में मंकीपॉक्स के केस मिलने के कई कारण हो सकते है, जिनमे यौन संबंध बनाना भी शामिल है।
3. स्वास्थकर्मी – स्वास्थकर्मी में मंकीपॉक्स के केस मिलने का कारण मरीजों के साथ इलाज करने और उनके स्पर्श होने के कारण स्वास्थकर्मो में इसके ज्यादा केस मिल रहे है।
4. कमजोर व्यक्ति – मंकीपॉक्स के ज्यादातर केस जिनका इम्यून सिस्टम या प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, ये संक्रमण उन लोगो को अपना शिकार बना रही है, ऐसे में ये संक्रमण उन लोगो में फैलने के ज्यादा चांस है।
हालाकि की ये कोरोना वायरस जितना घातक नही, इसके लक्षण में आपके शरीर पर तेज बुखार, सिर और पैर दर्द, उल्टी सहित बॉडी पर लाल चकत्ते या फोड़े हो जाते है। संक्रमित व्यक्ती से दूरी बनाए।
और डॉक्टर से परामर्श लेना न भूले।