अर्जुन सिंह ने एएनआई से कहा, जब हम कांकीनाड़ा से लौट रहे थे तो हमारी कार पर ईंटों से हमला किया गया और फिर उसके पास बम फेंका गया। पश्चिम बंगाल में कोई कानून और व्यवस्था नहीं है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी सांसद पर हमले की खबर सामने आने के बाद इलाके में तैनाव फैल गया, जिसके बाद वहां रैपिड ऐक्शन फोर्स को तैनात किया गया है।
तृणमूल कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले अर्जुन सिंह पर इससे पहले इस साल मई, जुलाई और सितंबर में भी हमला हो चुका है।
उन तीनों हमलों की तरह ही इस बार भी अर्जुन सिंह ने इस हमले के पीछे तृणमूल कार्यकर्ताओं का हाथ होने का आरोप लगाया है।
इससे पहले इस साल सितंबर में उत्तरी-24 परगना जिले में भी एक हमले में अर्जुन सिंह घायल हो गए थे, जिसमें उनके माथे पर कुछ टांके लगे थे। उस हमले के पीछे भी उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं हाथ बताया था।
इसके अलावा जुलाई में भी अर्जुन सिंह के उत्तर-24 परगना के भाटपाड़ा स्थिति आवास के बाहर बम फेंके जाने का मामला सामने आया था। सिंह ने इस हमले के पीछे भी टीएमसी कार्यकर्ताओं का हाथ होने का आरोप लगाया था।
वहीं मई में लोकसभा चुनावों के दौरान भी अर्जुन सिंह ने बैरकपुर में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा उन पर हमले का आरोप लगाया था।