पटना: बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र की कार्यवाही 25 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है. सत्र के पहले दिन दोनों ही सदनों में विधान मंडल के पूर्व सदस्य नैय्यर आजम, रघुपति गोप, पूर्व सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र , पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अधिवक्ता राम जेठमलानी, बूलचंद्र , पूर्व मंत्री तुलसी दास मेहता के निधन पर पर शोक व्यक्त किया गया. इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.
तेजप्रताप और तेजस्वी पहुंचे विधानसभा
इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव सदन की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे. हालांकि तेजस्वी यादव को लेकर बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह तंज कसा. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले सत्र में अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं किया इसलिए उनके ऊपर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा था. इस बार उसी को देखते हुए वे विधानसभा पंहुचे थे. उन्होंने कहा कि भगवान सदबुद्धि दे कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें और जनहित से जुड़े मुद्दे को सरकार की नोटिस में लाएं.
सभापति ने जलवायु परिवर्तन को बड़ी समस्या बताया
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार भी विधान परिषद पहुंचे और सदन में अपनी उपस्थिति दर्ज की. सभापति हारुण रशीद ने सदन को संबोधित करते हुए जलवायु की समस्या को गंभीर समस्या बताया और सरकार द्वारा चलाये गए जल जीवन हरियाली योजना की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह योजना बिहार में जलवायु बचाने में सफल रहेगा और यह योजना दूसरे राज्यों के लिए भी मिसाल साबित होगी.
सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
28 नवंबर तक चलने वाले इस सत्र में पांच बैठकें निर्धारित की गई हैं. पटना में जलजमाव की भयावह होने के बाद यह पहला सत्र है, ऐसे में विपक्ष इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं. इसके साथ ही बिहार में दिन ब दिन बिगड़ रही कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है.
गुरुवार को होगा सत्र का समापन
बता दें कि सोमवार और मंगलवार को राजकीय विधेयक एवं राजकीय कार्य होंगे. बुधवार को वित्तीय वर्ष 2019-20 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर चर्चा और मतदान के साथ उससे संबंधी विनियोग विधेयक (Appropriation Bill) पारित होगा. गुरुवार को गैर सरकारी सदस्यों के कार्य लिये जाएंगे.